दोस्ती ...एक अहम रिश्ता |
शनिवार, 31 जुलाई 2010
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कमजोरी
उस दिन हैंड ड्रायर से हाथ सुखाते हुए मैंने सोचा काश आंसुओं को सुखाने के लिए भी ऐसा कोई ड्रायर होता . . फिर मुझे याद आया आंसुओं का स...
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1. तुम्हारे साथ रहकर तुम्हारे साथ रहकर अक्सर मुझे ऐसा महसूस हुआ है कि दिशाएं पास आ गयी हैं, हर रास्ता छोटा हो गया है, दुनिया सिमट...
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सिर्फ दिल नहीं मेरी आंखें मेरे कान मेरी नाक मेरे होंठ मेरे हाथ मेरे पैर मेरे शरीर का हर एक रोम चाहता है तुम्हारे ख्यालों से आजाद...
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मैंने बचपन में एक कविता पढ़ी थी चिड़िया वाली ...एकदम सही से तो नही याद लेकिन उसका मतलब कुछ इस तरह था कि चिड़िया का बच्चा जब घोंसले से बाहर नि...
4 टिप्पणियां:
दोस्ती दिवस मुबारक हो
happy friendship day
मित्रता किसे नहीं भाती। यह अनोखा रिश्ता ही ऐसा है जो जाति, धर्म, लिंग, हैसियत कुछ नहीं देखता, बस देखता है तो आपसी समझदारी और भावों का अटूट बन्धन।
दोस्त ही वह शख्स होता है जो आपके जीवन के सभी राज जानता है। दोस्ती की कसम देने की देर होती थी की काम हो जाता था। फिर सब एक-दूसरे की कमजोरी भी जानते थे। दोस्ती में बिना शब्दों के अभिव्यक्तियाँ भी बहुत कुछ कह जाती हैं। आखिर ये सब दोस्ती में ही तो चलता है।
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