ये द्वापर युग नही है न ही सतयुग .
कि यहाँ कंस और रावन जैसे राक्षस मिले
लेकिन ये जो कलयुग है
यहाँ भी लोग कम मायावी नही है
हर बदलते पल के साथ यहाँ लोगों का नजरिया और व्यवहार बदल जाता है
जाने कैसे ये लोग पल भर में प्यार को नफरत और नफरत को प्यार बना कर पेश कर देते है ..............