गुरुवार, 15 जून 2017

फिल्में सिर्फ देखें ही नहीं, बचाना भी सीखें



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फिल्में देखने का शौक है, तो उन्हें बचाने का शौक भी पालना होगा, वरना बचेंगी नहीं फिल्में। पहली बोलती फिल्म आलमआरा का एक भी प्रिंट उपलब्ध नहीं हैं।

शुक्रवार, 2 जून 2017

मैं, वो, ये सब

वो नहीं चाहता क‌ि
मैं उसे चाहूं
तो मैं उसे चाहूं कैसे

मैं खुद को भी चाहूं
तो उससे अलग कैसे रहूं
मैं रहती हूं अब
मैं, वो हूं जैसे

कमजोरी

उस दिन हैंड ड्रायर से हाथ सुखाते हुए मैंने सोचा काश आंसुओं को सुखाने के लिए भी ऐसा कोई ड्रायर होता . . फिर मुझे याद आया आंसुओं का स...