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कमजोरी
उस दिन हैंड ड्रायर से हाथ सुखाते हुए मैंने सोचा काश आंसुओं को सुखाने के लिए भी ऐसा कोई ड्रायर होता . . फिर मुझे याद आया आंसुओं का स...
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1. तुम्हारे साथ रहकर तुम्हारे साथ रहकर अक्सर मुझे ऐसा महसूस हुआ है कि दिशाएं पास आ गयी हैं, हर रास्ता छोटा हो गया है, दुनिया सिमट...
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सिर्फ दिल नहीं मेरी आंखें मेरे कान मेरी नाक मेरे होंठ मेरे हाथ मेरे पैर मेरे शरीर का हर एक रोम चाहता है तुम्हारे ख्यालों से आजाद...
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मैंने बचपन में एक कविता पढ़ी थी चिड़िया वाली ...एकदम सही से तो नही याद लेकिन उसका मतलब कुछ इस तरह था कि चिड़िया का बच्चा जब घोंसले से बाहर नि...
3 टिप्पणियां:
Bahut sundar rachana....word verification hata dijiyega, comment karane walo ko suvidha rahegi.
Shubhkaamnaae!!
http://kavyamanjusha.blogspot.com/
कितनी ही परछाइयों का
अक्स हूँ मैं
परछाईयाँ तो खुद अक्स हैं
सुन्दर अभिव्यक्ति
हर रंग को आपने बहुत ही सुन्दर शब्दों में पिरोया है, बेहतरीन प्रस्तुति ।
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