![]() |
दोस्ती ...एक अहम रिश्ता |
शनिवार, 31 जुलाई 2010
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कमजोरी
उस दिन हैंड ड्रायर से हाथ सुखाते हुए मैंने सोचा काश आंसुओं को सुखाने के लिए भी ऐसा कोई ड्रायर होता . . फिर मुझे याद आया आंसुओं का स...
-
तुम्हारी अनुपस्थिति ऐसे है जैसे वो लकीर जिस तक पहुंचकर एक-दूसरे में सिमट जाते हैं धरती और आसमान। तुम्हारी अनुपस्थिति ऐसे है ...
-
दोस्ती के दायरों के बीचोंबीच प्यार के कुनमुनाते एहसास को जब कोई नाम न मिले एक जरुरी जुस्तजू के बीच जब उस नाजायज जिक्र को जुबान न मिले...
-
आज सोचा कि जिंदगी की तन्हाई पर नही हर रात मुझे गुदगुदाता है जिसका अहसास अकेले से बिस्तर की उस रजाई पर लिखू उन बातों पर नहीं जिनसे बे...
4 टिप्पणियां:
दोस्ती दिवस मुबारक हो
happy friendship day
मित्रता किसे नहीं भाती। यह अनोखा रिश्ता ही ऐसा है जो जाति, धर्म, लिंग, हैसियत कुछ नहीं देखता, बस देखता है तो आपसी समझदारी और भावों का अटूट बन्धन।
दोस्त ही वह शख्स होता है जो आपके जीवन के सभी राज जानता है। दोस्ती की कसम देने की देर होती थी की काम हो जाता था। फिर सब एक-दूसरे की कमजोरी भी जानते थे। दोस्ती में बिना शब्दों के अभिव्यक्तियाँ भी बहुत कुछ कह जाती हैं। आखिर ये सब दोस्ती में ही तो चलता है।
एक टिप्पणी भेजें