tag:blogger.com,1999:blog-5451179499806631508.post6879125756793862148..comments2023-10-25T02:31:20.275-07:00Comments on अति Random: बाइते का जाना और खबर का देर से आनाअति Randomhttp://www.blogger.com/profile/04443001003779463643noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-5451179499806631508.post-30841192108790777062010-08-08T09:16:00.204-07:002010-08-08T09:16:00.204-07:00अविनाश जी की स्त्रीविरोधी बात पर कुछ नहीं, लेकिन अ...अविनाश जी की स्त्रीविरोधी बात पर कुछ नहीं, लेकिन अपनी मां से ही पूछिये। समाजशास्त्रियों ने भेडचाल पर बहुत अध्ययन किया है। राबर्ट जेफ्री को भी याद कर लीजिए। मासूमीयत अच्छी चीज है। मासूमीयत हमें प्यारा इंसान बनाती है। लेकिन सिर्फ मासूमीयत से कुछ नहीं बदलता। ये हालात अगर बुरे लगते हैं तो इन्हें बदलने की ठोस कार्रवाई बनाइये। जब तक उस कार्रवाई का मसौदा तैयार नहीं कर लेती तब तक पैंच औ खम देखती रहिए। इसी विरोधावास के बीच कहीं वह कडी है, जिस पर चोट करनी है। रोने की तरकीबें बहुत हैं, लेकिन सिर्फ रोने वालों ने बस शोर ही फैलाया है रोकर आपका दुख बाहर तो आ सकता है, हालात नहीं बदल सकते।सचिन श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/13819395069549021914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5451179499806631508.post-54628578763925597702010-08-04T10:27:09.576-07:002010-08-04T10:27:09.576-07:00avinashji se sahmat hun ..........avinashji se sahmat hun ..........Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/16883786301435391374noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-5451179499806631508.post-24732753696452071112010-08-04T00:26:58.996-07:002010-08-04T00:26:58.996-07:00यह रस्सी दुनिया की तरह गोल है, जिसका सिरा नहीं मि...यह रस्सी दुनिया की तरह गोल है, जिसका सिरा नहीं मिलेगा, हो सकता है, हो ही न। हम उस दौर में आगे बढ़ रहे हैं जहां पर इस तरह के सरोकारों पर चिंतित तो सब होते हैं पर उससे आगे ... सब बेबस हो जाते हैं। <br />एक प्रहसन का जिक्र करना चाहता हूं जो कि मेरे विचार से प्रासंगिक है। पत्नियां बनाते समय भगवान ने कहा कि अच्छी और समझदार पत्नियां दुनिया के हर कोने में मिलेंगी और फिर भगवान ने दुनिया गोल बना दी। <br />तो सरोकारों के संबंध में कुछ ऐसी ही गोलीय स्थिति हो गई है।अविनाश वाचस्पतिhttps://www.blogger.com/profile/05081322291051590431noreply@blogger.com